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मामूली कहासुनी को लेकर बेटों के साथ चाचा ने भतीजे को किया लहूलुहान, हुई मौत .




संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती.


कलवारी। कलवारी थाना क्षेत्र के सिंगही गांव में मामूली कहासुनी को लेकर शनिवार की रात मनबढ पट्टीदारों ने लाठी-डंडे से हमला कर माता पुत्र को लहूलुहान कर दिया। इलाज के दौरान पुत्र ने दम तोड़ दिया है और नाजुक स्थिति में माता का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। घटना के सम्बन्ध में घायल पत्नी ने चार हमलावर लोगों के विरूद्ध पुलिस को लिखित प्रार्थनापत्र देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। घटना की सूचना मिलते ही एक्सन में आई पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष कलवारी भानुप्रताप सिंह ने उच्चाधिकारियों को सूचना देकर घटनास्थल का सूक्ष्मता से जांच पड़ताल किया। थोड़ी देर में घटनास्थल पर क्षेत्राधिकारी कलवारी के साथ पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने भी मौका मुआयना किया और लोगों से पूंछताछ किया। 


पुलिस को दी गई तहरीर में कलवारी थाना क्षेत्र के सिंगही गाँव निवासी मृतक सुभाष चन्द्र की पत्नी रेखा देवी ने बताया कि अलाव जलाकर तापते समय शनिवार की रात करीब नौ बजे उसके पट्टीदार घनश्याम पुत्र राम हरख भद्दी भद्दी गाली देने लगे मेरे पति सुभाषचंद्र पुत्र स्व0 परशुराम के मना करने पर घनश्याम पुत्र राम हरख अपने बेटे रवींद्र कुमार व मंगल कुमार एवं इसी थाना क्षेत्र के मालपुर निवासी घनश्याम के दामाद रवि कुमार पुत्र अज्ञात ने एक राय होकर लाठी डंडे से पति सुभाषचंद्र को मारकर लहूलुहान कर दिया बीच बचाव करने गई सास पार्वती को मारा पीटा। पति द्वारा मना करने पर पुनः आक्रामक होकर जान से मार देने की धमकी देते हुए लाठी-डंडे से उसके पति और सास के उपर हमला कर दिया और ताबड़तोड़ वार कर दोनों को लहूलुहान कर दिया। नाजुक स्थिति में पति और सास को एम्बुलेंस की सहायता से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुदरहा ले गए। जहाँ हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहाँ चिकित्सकों ने 32 वर्षीय सुभाष चन्द्र पुत्र परशुराम को मृत घोषित कर दिया। वही पार्वती पत्नी परशुराम का इलाज चल रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

वहीं पड़ोसियों का कहना है कि घटना से कुछ देर पहले भी विवाद हुआ था। और पीड़ित परिवार ने डायल 112 पुलिस को बुलाया था। मौके पर पहुंचे डायल 112 के सायरन की आवाज सुनकर दूसरा पक्ष कही छिप गया था। डायल 112 ने पीड़ित परिवार से कहा था कि यदि दोबारा विवाद होगा तो थाने आ जाना। पुलिस के वापस लौटते ही पुनः विवाद शुरू हो गया। पुलिस के कहे अनुसार पीड़ित पक्ष थाने जाने लगा तो दूसरे पक्ष से मारपीट शुरू हो गया और मामला विशाल रूप ले लिया।


मृतक सुभाष बेहद मिलनसार व्यक्ति था। गांव के लोग उसकी बहुत इज्जत करते थे। वह मुंबई में रहकर मेहनत मजदूरी करता था जिससे परिवार का पालन पोषण होता था। वह दो महीना पहले मुंबई से घर आया था। मृतक सुभाष चंद्र के पिता परशुराम की मौत पांच साल पहले हो गया था। घर के मुखिया की हुई अचानक मौत से माता पार्वती, पत्नी रेखा, भाई धर्मेन्द्र पुत्र हिमांशु, पुत्री हिमांशी व अनन्या का रो-रो कर बुरा हाल है। 

        इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष कलवारी भानुप्रताप सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर और प्रार्थनापत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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