ATHNEWS 11 :- डेहरी के न्यू डिलियां कोयला डिपो में स्थापित वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा स्थल पर कुंवर राणा सामाजिक कल्याण संस्था के द्वारा बुधवार सुबह प्रतिमा स्थल पर पूजा पाठ कर विजयोत्सव का कार्यक्रम मनाया गया। मौके पर सभी अतिथियों एवं संस्था से जुड़े लोगों ने उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मौके पर लोजपा रामविलास के प्रदेश महासचिव सह डेहरी के जाने माने समाजसेवी राजीव रंजन सिंह उर्फ सोनू सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह की जीवनी से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषकर आज के युवा पीढ़ियों को कुंवर सिंह की जीवनी से प्रेरणा लेने की जरूरत है। वहीं संस्था के अध्यक्ष कमलाकांत सिंह उर्फ सिमल सिंह ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी जयंती हर साल 23 अप्रैल को मनाई जाती है। कुंवर सिंह का जन्म 13 नवंबर 1777 को बिहार के जगदीशपुर में हुआ था। वे जगदीशपुर रियासत के एक क्षत्रिय परिवार से थे।
1857 की क्रांति में, उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई महत्वपूर्ण लड़ाई में जीत हासिल की।
23 अप्रैल 1858 को उन्होंने जगदीशपुर के पास अंतिम लड़ाई लड़ी, जिसमें वे अंग्रेजों से हार गए। उन्होंने 26 अप्रैल 1858 को अंतिम सांस ली। वहीं संस्था के कालेन्द्र प्रताप वर्मा ने वीर कुंवर सिंह की जयंती पर उनकी वीरता, साहस और देशभक्ति की याद दिलाई। सोनू सिंह ने कहा कि यह दिन हमें इतिहास के महान योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद रखने का अवसर देता है।
वीर कुंवर सिंह ने हमें सिखाया है कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ना चाहिए। उन्होंने हमें यह भी सिखाया है कि देश के लिए त्याग और बलिदान करने में ही सच्ची महानता है। वहीं मौके पर राजद नेता सह मुखिया अशोक भारद्वाज ने कहा कि उनके जीवन और संघर्ष से हमें प्रेरणा मिलती है कि हम भी देश के लिए कुछ अच्छा करें।
कुंवर सिंह एक कुशल सेनापति थे और उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई लड़ाइयां लड़ीं। उन्होंने 23 अप्रैल 1858 को जगदीशपुर के पास अपनी अंतिम लड़ाई लड़ी, जिसमें उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के नियंत्रण वाली सेना को परास्त किया। कार्यक्रम में कुंवर राणा के सचिव गोपाल सिंह,अमित सिंह राजपूत, पूर्व विधायक ई सत्यनारायण सिंह अरुण सिंह पप्पू,अशोक भारद्वाज, कलेन्द्र प्रताप वर्मा, सुशांत सिंह राजपूत, रवि शंकर सिंह, विशाल सिंह, विमल सिंह, धर्मवीर सिंह,ज्योति सिंह, लल्लू चौधरी, जन सुराज नेता समीर कुमार, परमहंस सिंह, हनी सिंह,विनोद सिंह सहित अन्य लोग शामिल थे।
