गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट ।
एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मां सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर निश्चित रूप से छठ महापर्व से पहले लोगों को छठ पूजा के बारे में यूट्यूब पर दिखाने के लिए, 'नहाए खाए' के दिन शनिवार को एक यूट्यूबर महिला व पुरुष सूप में केला के पात पर फल फूल लिए हुए मां सतबहिनी के छठ घाट पर अर्घ्य देने पहुंची। इस दौरान उनकी दिखावटी पूजा को देखने के लिए दर्जनों लोग स्थल पर पहुंचकर मनोरंजन कर रहे थे। क्योंकि छठ पूजा में नहाए खाए के दिन अर्घ्य देने का अनुष्ठान 'नहाए खाए' के दिन नहीं होता है। 'नहाए खाए' छठ पूजा का पहला दिन होता है, जबकि अर्घ्य छठ पूजा के तीसरे दिन (संध्या अर्घ्य) और चौथे दिन (उगते सूर्य को अर्घ्य) दिया जाता है। नहाए खाए: यह छठ पूजा का पहला दिन है, जब व्रती स्नान कर सात्विक भोजन (जैसे कद्दू, चना दाल और चावल) ग्रहण करते हैं।
लोहंडा-खरना: छठ पूजा का दूसरा दिन, जिस दिन व्रत रखने वाले दिनभर उपवास रखते हैं और शाम को खीर का सेवन करते हैं।
अर्घ्य: यह छठ पूजा के तीसरे और चौथे दिन दिया जाता है। तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, और चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा का समापन होता है।
