गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत खरसोता से पतीला मुख्य मार्ग पर दिन शुक्रवार को करीब 10:00 बजे मैट्रिक की परीक्षा देने जा रहे एक परीक्षार्थी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई ।जबकि दो अन्य परीक्षार्थी गंभीर रूप से घायल है। मिली जानकारी के अनुसार हम बताते चले की सेतो गांव से एक ही मोटरसाइकिल पर तीन व्यक्ति सवार होकर गाड़ी नंबर 03 जेड 1125 स्प्लेंडर प्लस पर तीनों छात्र परीक्षा देने जा रहे थे। इस दौरान मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। लोगों ने बताया कि तेज गति होने के कारण मोटरसाइकिल लेकर तीनों छात्र सड़क से कुछ नीचे जा गिरे हुए थे। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण व परिजनों घटनास्थल पर पहुंचे सभी घायलों को परिजनों द्वारा मझिआंव रेफरल अस्पताल ले जाया गया। जहां उपस्थित डॉ0 विशाल कुमार मिश्रा के द्वारा जांच करने के बाद सुल्तान अंसारी को मृत घोषित कर दिया गया। घायल जयकुमार व लव कुमार को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गढ़वा के लिए रेफर कर दिया गया।
इस संबंध में पूछे जाने पर डॉ0 विशाल कुमार मिश्रा ने बताया कि एन बीआर भांठा के समीप हुई मोटरसाइकिल दुर्घटना में खादिम अंसारी के 18 वर्षीय पुत्र सुल्तान अंसारी की अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। जबकि बबलू बैठा के 17 वर्षीय पुत्र जयकुमार व वाल्मीकि बैठा के 18 वर्षीय पुत्र लव कुमार दोनों घायल हैं। जबकि जयकुमार की स्थिति गंभीर है। वहीं मृतक सुल्तान अंसारी को पोस्टमार्टम नहीं करने को लेकर पिता, सद्दाम अंसारी व अन्य परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया। और उसके बाद शव को अपने घर लेकर चले गए हैं। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों युवा गरदहा हाई स्कूल प्लस टू के मैट्रिक के छात्र बताए गए। तीनों युवा के एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर उत्क्रमित उच्च विद्यालय मोरबे मैट्रिक के हिंदी परीक्षा देने के लिए घर से निकले थे। लोगों ने कहा कि तीनों बच्चों को गोंसाग या कुरकुटा होकर जाना चाहिए था, लेकिन सतबहिनी से महुली रोड होते क्यों जा रहे थे, यह एक सोचनीय विषय है। वहीं इस संबंध में कांडी थाना प्रभारी अविनाश राज ने बताया कि दुर्घटना की सूचना मिली है एस आई अरविंद सिंह व एएसआई वीरेंद्र पासवान को दलबल के साथ घटनास्थल पर भेजा गया है। मृतक के परिजनों के द्वारा शव को अपने घर पैतृक गांव सेतो ले जाया गया था, इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेज दिया गया। अगर यह तीनों छात्र सतबहिनी से गोंसाग होकर जाते तो शायद यह घटना नहीं घटती लेकिन यह बहुत ही सोचनीय विषय है।