ATH NEWS 11 GROUP OF MEDIA

मुकदमों में सुलह कराकर समाज एवं परिवार के एकजुटता को बहाल कराता है राष्ट्रीय लोक अदालत -- जिला जज.




संजय तिवारी की रिपोर्ट। 


सासाराम (रोहतास) -मुकदमों में सुलह कराकर समाज एवं परिवार में आये दिन बढ रही वैमनस्यता को दूर कराने एवं समाज में शांति बहाल कराने में लोक अदालत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। राष्ट्रीय लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य अदालतों में दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे छोटे एवं सुलहनीय मामलो का त्वरित निष्पादन कर न्यायालयों के बोझ को कम करना है जिससे समाज में शांति व्यवस्था बनी रहे। उक्त बातें शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यक्रम के दौरान जिला जज अनुज कुमार जैन ने कही। जिला मुख्यालय स्थित सासाराम व्यवहार न्यायालय में शनिवार को सुबह दस बजे जिला जज अनुज कुमार जैन, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम शैलेन्द्र कुमार पांडा, रोहतास जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार, रोहतास बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुक्ति नारायण  तिवारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव सुरभि श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का सफल संचालन मनोज पाण्डेय ने किया। इस मौके पर सभी न्यायिक पदाधिकारी, न्यायालयकर्मी, अधिवक्ता एवं सैकड़ो की संख्या में फरियादी मौजूद थे। राष्ट्रीय लोक अदालत के मद्देनजर फरियादियों के सुविधा हेतु कुल 12 बेंचो का गठन किया गया था। जिनके माध्यम से कुल 688 मामलों का निबटारा किया गया। इस दौरान बैंको, बीमा कंपनी एवं अन्य विभागों के लगभग साढ़े पांच करोड़ रूपयों का पक्षकारों से सेटलमेंट किया गया।

लोक अदालत में प्रत्येक बेंच में मुकदमों के निबटारे हेतु एक न्यायिक पदाधिकारी एवं एक अधिवक्ता मौजूद थे। आमदिनों की अपेक्षा शनिवार को कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था भी काफी चुस्त दुरुस्त नजर आई।पक्षकारों की सुविधा का भी बखूबी ध्यान रखा गया था। जगह जगह पर पेयजल, हेल्प डेस्क, बैठने एवं चिकित्सा की भी समुचित व्यवस्था की गई थी।


राष्ट्रीय लोकअदालत हेतु गठित 12  बेंचो के माध्यम से निष्पादित 688 मामलों की सूची-



बेंच संख्या -1 में वैवाहिक वाद एवं बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूको बैंक, चोला मंडलम फाइनांस कंपनी एवं आईसीआईसीआई बैंक हेतु नियुक्त अपर जिला जज सुधाकर पांडेय एवं अधिवक्ता रजनीकांत पाठक ने कुल 104 मामले निबटाये।



बेंच संख्या- 2 में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, कोऑपरेटिव बैंक, भूमी विकास बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडीया, इंडियन बैंक, केनरा बैंक, हीरो फाइनेंस कंपनी सहित अन्य बैंको के वादो हेतु अपर जिला जज रामजी प्रसाद यादव एवं अधिवक्ता गोपाल ठाकुर ने कुल 69  मामले निबटाये।



बेंच संख्या -3 में दावा वाद हेतु अपर जिला जज दिनेश प्रधान एवं अधिवक्ता हीरा प्रताप सिंह ने कुल 14 मामले निबटाये।


बेंच संख्या - 4 में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक - करगहर, कोचस, सासाराम, शिवसागर, चेनारी एवं नोखा हेतु एडीजे संतोष कुमार एवं अधिवक्ता मोहम्मद इकबाल हसन ने निबटाये 116 मामले।


बेंच संख्या -5 में श्रमिक वाद, भूमी अधिग्रहण, पंजाब नेशनल बैंक एवं सबजज प्रथम एवं तीन के सुलहनीय वाद हेतु एडीजे मुकेश कुमार मिश्रा एवं जनार्दन प्रसाद अधिवक्ता  ने निबटाये 169 मामले 


बेंच संख्या -6 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एवं ट्रैफिक चालान हेतु एडीजे प्रहलाद कुमार एवं अधिवक्ता मनोज कुमार ने निबटाये 68 मामले


बेंच संख्या- 7 में सभी सुलहनीय क्रिमिनल वाद हेतु एसीजेएम गीरेंद्र गौरव एवं अधिवक्ता शिवनाथ सिंह ने निबटाये 20 मामले 


बेंच संख्या - 8 में सभी सुलहनीय क्रिमिनल वाद एवं माइनिंग वाद हेतु एसडीजेएम सुधीर कुमार पासवान एवं अधिवक्ता विनोद गोंड निबटाये 13 मामले।


बेंच संख्या- 9 में अमित पांडेय कोर्ट के सभी सुलहनीय फौजदारी, ग्राम कचहरी एवं एनआई ऐक्ट हेतु  जेएम गीतिका त्रिपाठी एवं अधिवक्ता नागेंद्र पाण्डेय ने निबटाये 11 मामले।


बेंच संख्या -10 में मुंसिफ कोर्ट के वाद, जेएम 5 के वाद एवं बिजली वाद हेतु मुंसिफ तेजस्विनी जायसवाल एवं अधिवक्ता मनोज कुमार सिन्हा ने निबटाये 08 मामले   


बेंच संख्या- 11 में सुलहनीय क्रिमिनल वाद, माप तौल एवं वन वाद हेतु जे एम 1 आकाश कुमार यादव एवं अधिवक्ता कन्हैया राम ने निबटाये 14 मामले


बेंच संख्या- 12 में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक से जुड़े अन्य सभी शाखों के मामलों हेतु एडीजे शैलेंद्र कुमार पांडा ने निबटाये 82 मामले निबटाये गए।

Post a Comment

Previous Post Next Post