उदवंतनगर (भोजपुर) सामाजिक संस्था नई आशा एवं स्नातकोत्तर भूगोल विभाग महाराजा कॉलेज द्वारा आज चैराई मुसहर टोला में दूसरे दिन सर्वेक्षण अभियान चलाया गया। आज 52 घरों का सर्वेक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें कई महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक मुद्दों को पहचान किया गयाा। टोला में आर्थिक स्थिरता और सामाजिक समस्याएं उत्पन्न होने के पीछे नशाखोरी प्रथम कारक के बतौर सामने आया। टोला के अधिकांश परिवारों पर इसका सीधा प्रभाव दिखा। टोला में स्वच्छता और सफाई के प्रति जागरूकता की कमी पाई गई। अधिकांश परिवार स्वच्छता को लेकर गंभीर नहीं थे। टोला का एकमात्र सामुदायिक शौचालय पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा है। करीब सवा सौ से अधिक परिवारों वाले इस टोला के दिखी। विशेष रूप से बच्चों एवं उनके अभिभावकों के बीच शिक्षा के लाभ को लेकर जागरूकता की कमी पर लक्षित हुई, जिसके कारण स्कूल छोड़ने (ड्रॉप आउट) का दर काफी परिलक्षित हुई। विद्यार्थियों को पद्मश्री डाॅ भीम सिंह भवेश और महाराजा कॉलेज स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के प्राध्यापकों द्वारा प्रेरित किया गया। कार्यक्रम समन्वयक डाॅ द्वीपिका शेखर सिंह द्वारा कुशल डेटा संग्रह और संरक्षित फील्ड वर्क सुनिश्चित करने के लिए 22 छात्र-छात्राओं को 11 टीमों में विभाजित कर सर्वेक्षण कराया गया। सर्वेक्षण टीम में एक छात्रा और एक छात्र शामिल थे। प्रत्येक टीम को पांच घरों के सर्वेक्षण कार्य का दायित्व सौंपा गया। इस मौके पर डॉ आनंद कुमार, डॉ अरविंद कुमार सिंह, डॉ संजीव कुमार ...... सोनी कुमारी आदित्य आदि थे। अंत में जिसमें विभागाध्यक्ष प्रो संजय कुमार, विभाग डॉ वंदना सिंह एवं ....सुधरता शशि प्रकाश और हर्ष रंजन उपस्थित रहे। बैठक के दरमियान छात्रों ने अपने सर्वेक्षण निष्कर्ष और अनुभव साझा किया। प्रो संजय कुमार ने उनकी मेहनत और समर्पण की सराहना की तथा सफलतापूर्वक कार्य पूरा करने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने दर्ज आलोचनात्मक सोच और सामाजिक आर्थिक मुद्दों के प्रति संवेदनशीलता के महत्व को भी रेखांकित किया और छात्रों को आने वाले दिनों के लिए प्रेरित किया। इस आशय की जानकारी स्नातकोत्तर भूगोल विभाग की कार्यक्रम समन्वयक डॉ दीपिका शेखर सिंह ने दी।
चैराई महादलित टोला में सवेक्षण के दूसरे दिन परिलक्षित हुईं कई समस्याएं-पढ़े खबर कैसे ?
byDR AMIT KUMAR SRIVASTAVA/EDITOR-IN-CHIEF.
-
0