संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती .
कुदरहा - विकास खंड कुदरहा के ग्राम पंचायत वैसिया कला में निकला भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा जिन्न जहां बिना काम कराए ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव व जे ई की मिली जुली भगत से बिना कार्य कराए लाखों का भुगतान हो गया है। आखिर क्या कारण हैं। की जिस गांव की भोली भाली जनता गांव का चौतरफा विकास करने के लिए प्रधान का चुनाव अपने मन पसंद से करती है। चुनाव परिणाम आने के चंद दिनों के बाद वही प्रधान गांव में बिना काम कराए ग्राम पंचायत का धन गबन कर गांव को विनाश के लिए छोड़ देता है।
दूसरा भुगतान छोटेलाल के खेत से राजमन के घर तक सड़क के दोनों तरफ पटरी सफाई एवं मिटटी कार्य दिनांक 13-01-2025 को रूपया-220410.00 बिना कार्य कराए निकाला गया है।
तीसरा मामला रामजीत के घर से महेन्द्र के घर तक पटरी पटाई कार्य दिनांक 11-10-2022 रूपया 182115.00 निकाला गया है। उक्त कार्य पी०डब्लू०डी० विभाग से सम्बन्धित है। उक्त विभाग से एन०ओ०सी० लिया गया है अथवा नही उक्त कार्य पर धन निकाला गया है।
चौथा फर्जी भुगतान पिपरपाती सरहद से रामसजीवन के खेत तक चक मार्ग निर्माण कार्य दिनांक 24-11-2022 को रूपया- 78810.00 निकाला गया है। जबकि यहां पर कोई चकमार्ग है। नहीं
पांचवां फर्जी भुगतान साधू के खेत से राग सिंह के खेत तक चकमार्ग पर 20-11-2024 को रूपया 182490.00 निकाला गया है। खेत ही नही है।
छठवां भुगतान रामकिशुन के खेत से उमेश के खेत तक चक मार्ग पर मिटटी कार्य दिनांक 24-12-2024 को रूपया 168507.00 निकाला गया है। जबकि उमेश के नाम से खेत नही है।
सातवां भुगतान संतराम के खेत से पारस के खेत तक चकमार्ग पर मिटटी कार्य दिनांक 26-11-2024 को रूपया-162582.00 फर्जी रूप से निकाला गया है।
आठवां भुगतान मुगुन के खेत से मटियरिया सरहद तक चक मार्ग पर मिटटी कार्य दिनांक 21-09-2024 को रूपया फर्जी रूप से 104043.00 निकाला गया है।
नौवा भुगतान राजेन्द्र के खेत से साधू के खेत तक चकमार्ग निर्माण कार्य दिनांक 13-05-2024 को रूपया 181305.00 निकाला गया है। जबकि सम्पर्क मार्ग से राम निवास के खेत तक रुप्या 209508.00 निकाला चक मार्ग निर्माण कार्य दिनांक 23-08-2024 को भी गया है। दोनो एक ही कार्य है। चक मार्ग पर नाम बदल कर दो भुगतान फर्जी तरीके से लिया गया है।
दसवां भुगतान सुभाष के खेत से कोमल के खेत तक चक मार्ग पर मिटटी कार्य वर्ष दिनांक 12-12-2024 को रूपया- 183201.00 निकाला गया है। जबकि वहां कोई चकमार्ग नहीं है और सुभाष के खेत से कोमल के खेत तक गेंहू की फसल इस स्थान समय में लगी हुई है।

