गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र दिन सोमवार को सभी सुहागिन महिलाओं ने पारंपरिक श्रद्धा और आस्था के साथ वट सावित्री व्रत का पूरे विधि विधान से पूजा किया। इस अवसर पर क्षेत्र के कांडी पंचायत, थाना प्रांगण में पतरिया के सड़की गांव में चौबे मझिगावां, डूमरसोता, हरिहरपुर, लमारी कला, घटहुआं कला, सेतों, हरिगावां, सननी, अधौरा, खुटहेरिया, बलियारी सहित अन्य कई गांवों की सुहागिन महिलाओं ने प्रातःकाल स्नान कर शुद्धता के साथ सोलह श्रृंगार किए और देवताओं का आह्वान कर पूजा-अर्चना की।और मध्याह्न में महिलाओं ने वटवृक्ष के नीचे विधिपूर्वक पूजा की। पूजा के दौरान सुहागिनों ने वटवृक्ष की परिक्रमा की और पवित्र कच्चे धागे से वटवृक्ष को लपेटते हुए अपने पति की दीर्घायु और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की। पूजा स्थल पर विद्वान पंडितों द्वारा सावित्री-सत्यवान की कथा का श्रवण कराया गया, जिसमें सावित्री द्वारा अपने मृत पति को यमराज से वापस लाने की मार्मिक गाथा सुनाई गई। महिलाओं ने पूरे दिन श्रद्धा और संयम के साथ निर्जला व्रत रखा तथा अपने सुहाग की रक्षा और संतान सुख के लिए प्रार्थना की। पूजा उपरांत प्रसाद का वितरण हुआ और महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण कर घर वापसी की। वट सावित्री व्रत भारतीय परंपरा में स्त्री की शक्ति, निष्ठा और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।