महराजगंज:- जिले में खाद वितरण प्रणाली में गड़बड़ी की आशंका ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। एक टन से अधिक यूरिया लेने वाले 261 किसानों की सूची सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जांच तेज कर दी है।
डीएम संतोष कुमार शर्मा ने कृषि विभाग और तहसील प्रशासन को निर्देशित किया है कि इन किसानों के खेतों की सत्यापन रिपोर्ट तुरंत उपलब्ध कराई जाए। यदि जांच में फर्जीवाड़ा पाया गया तो न सिर्फ कानूनी कार्रवाई होगी बल्कि राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड और अन्य सरकारी लाभकारी योजनाओं से भी दोषी किसानों को वंचित कर दिया जाएगा।
सहायक निबंधक सहकारिता सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि आवश्यकता से अधिक खाद लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने सहकारिता, कृषि और राजस्व विभाग को मिलकर त्वरित जांच करने का निर्देश दिया है। तहसील स्तर पर विशेष टीमें गठित की गई हैं जो किसानों के खेतों का क्षेत्रफल और वास्तविक खाद उपयोग की स्थिति का सत्यापन कर रही हैं।
अब तक की प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि कई किसानों ने अपनी जरूरत से अधिक खाद उठा ली है। खाद की यह अतिरिक्त मात्रा बाजार में कालाबाजारी या अवैध भंडारण की ओर इशारा करती है। प्रशासन मान रहा है कि इस तरह की गड़बड़ी न केवल योजनाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती है बल्कि वास्तविक किसानों को समय पर खाद मिलने में भी बाधा डालती है।
प्रशासन का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जांच पूरी होते ही फर्जीवाड़ा करने वाले किसानों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी महराजगंज
कैलाश सिंह.