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एक ऐसी बस्ती है जहां आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी बुनियादी सुविधाये है कोसों दूर।

गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।





एटीएच न्यूज़ 11:-:आजादी के 78 वर्ष बाद भी कांडी प्रखण्ड में एक ऐसी बस्ती है जहाँ के लोग बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर हैं।प्रखण्ड क्षेत्र के चटनियाँ पंचायत अंतर्गत बरवाडीह (बरवाखोली) टोला में बसने वाले लगभग 50 घरों की बस्ती में लगभग 350 लोग रहते हैं। जो आज तक इस टोले के लोगों को जरूरी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिली है। यहाँ पर घनी बस्ती नहीं है छिट फुट तरीके से लोग घर बनाकर बसे हुए हैं। पहाड़ी व जंगली इलाके होने के कारण  लोगों के घर दूर दूर हैं। इस टोले पर मुख्यतः तीन  रजवार, अहीर व तेली जाति के लोग रहते हैं। इस टोले के लोगों को आज तक आने जाने के लिए एक सही सड़क नहीं मिला ।यहां के लोग पगडंडियों व खेतों के मेड़ से होकर आना जाना करते हैं। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि सड़क के लिए सरकारी जमीन भी है। लेकिन सड़क नहीं बना है। बरवाडीह टोले पर बसे ग्रामीण शिवनाथ यादव,परिखा रजवार,इंद्रजीत रजवार,लालमेंद्र कुमार,रानी देवी,मंजरी कुंवर,बसंती देवी,सितली देवी,कुंती देवी,सविता देवी,फूलवा देवी,लालो देवी,सुशीला कुमारी,नीलम कुमारी, लीलावत कुमारी,पूनम कुमारी,रामाश्रय रजवार,छोटू रजवार,रजमतिया देवी,पूजा कुमारी ने बताया कि जब किसी घर में कोई गंभीर रूप से बीमार हो जाता है तो उसे बाहर इलाज के लिए ले जाने के लिए एक से डेढ़ किलोमीटर किसी तरह टांग कर ले जाना पड़ता है तब कोई वाहन से बाहर लेकर जाते हैं।सभी ने बताया कि यहाँ पर कोई अस्पताल भी नहीं है। बिजली की सुविधा भी आधी अधूरी प्राप्त है। हम सभी बांस बल्ली के सहारे घर तक पहुंचाया गया है। हमलोग कुछ पोल को किसी तरह टांग कर लाकर गाड़े भी हैं तो आज तक उसपर बिजली तार भी नहीं ताना गया। लोगों ने बताया कि इस टोले पर एक भी सरकारी चापाकल नहीं है।यहां के बहुत लोग कुआँ का पानी पीते हैं या कोई कोई अपने से चापाकल गाड़े हुए हैं। महिलाओं ने बताया कि रास्ता नहीं होने के कारण बाल बच्चों की शादी के समय बहुत परेशानी उठाना पड़ता है। किसी तरह बरात दरवाजे तक आ पाता है। इस टोले पर एक प्राथमिक विद्यालय जरूर है लेकिन स्कूल तक आने जाने का सही रास्ता नहीं होने के कारण छोटे-छोटे बच्चे कभी कभी स्कूल जाते हैं। सबसे आश्चर्य की बात है कि इसी टोले पर प्रखण्ड प्रमुख का भी घर है लेकिन फिर भी यह टोला बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर है। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि हम गरीबों को कोई भी विधायक, नेता, मंत्री देखने नहीं पहुंचे हैं। चुनाव से पूर्व  नरेश सिंह द्वारा आश्वासन दिया गया है की मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, और उन पर पुरा भरोसा है कि हम सबों को सड़क, बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

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