ATH NEWS 11 GROUP OF MEDIA

राशन कार्ड धारकों से अंगूठा लगवाकर 5 महीने का राशन डकार गया कोटेदार.




थाना लालगंज से रामजीत चौधरी की रिपोर्ट.


ATH NEWS 11 GROUP LALGANJ :कुदरहा, बस्ती - कोविड 19 वैश्विक महामारी के दौर से सभी वर्गों को कोई परेशानी न हो खास कर उन श्रमिकों को जो प्रतिदिन मजदूरी कर अपने परिवार का पेट भरते है। सरकार ने राशन कार्ड धारकों को राशन मुफ्त देने का ऐलान पूरे देश में कर दिया जिससे श्रमिकों का परिवार भूखे पेट न सोए लेकिन यहां कोटेदार के द्वारा राशन कार्ड धारकों से अंगूठा लगवाकर 5 महीने का राशन बेच कर गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है।


वहीं विकास खंड कुदरहा के ग्राम पंचायत भंगुरा में कोटेदार के द्वारा गांव के सैकड़ों राशन कार्ड धारकों से पिछले पांच महीनों से अंगूठा लगवाकर राशन नहीं दिया जा रहा है। उनको यह कहकर वापस भेज दिया जाता है। की जाओ अगले महीने में आना और पूरा राशन ले जाना ग्रामीणों का आरोप है। की कोटेदार के द्वारा अंगूठा लगवाकर गांव की गरीब जनता का राशन बेच लिया जाता है। 


सरकार के शक्त निर्देशों और इलेक्ट्रिक काटे जैसी पारदर्शी व्यवस्था के बावजूद सस्ते गल्ले की दुकानों पर कोटेदारों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार घट तौली रोकने के लिए डाल डाल चल रही है। तो कोटेदार पात पात चल रहा है। गांव के कोटेदार के परिवार के द्वारा शासन द्वारा आवंटित कंप्यूटराज्ड काटे का उपयोग केवल अंगूठा लगवाने के लिए किया जाता है। और अंगूठा लगवाने के बाद राशन न देकर बेच लेने की परम्परा बना चुके है। अंगूठा लगवाते समय ई - पास मशीन का पूरा वजन ले लेने और और प्रक्रिया पूरी हो जाए इसके लिए अलग अलग यूनिट के हिसाब से अलग अलग बोरे में पहले से तैयार रख लिए जाते है। अगर गांव का कोई भी राशन कार्ड धारक कोटेदार से सवाल करता है। या उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात करता है। तो राशन कार्ड कटवाने की धमकी दी जाती है।


भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय कुमार चौरसिया ने बताया की इस संबंध में जब कोटेदार हमने बात किया तो उसने बताया कि पिछले 5 महीने से प्रधानी का बजट नहीं आ रहा है। इस लिए प्रधान के कहने पर ही ऐसा किया हूँ यह बात गलत है। की सही इसे प्रधान और कोटेदार ही बता सकते लेकिन यह बात तो सही है। की कोटेदार ने 5 महीने का राशन अंगूठा लगवाकर बेच लिया है। दो वर्ष पहले भी ग्रामीणों की शिकायत पर गांव के कोटे की दुकान एक साल तक निलंबित था इस   कोटे की दुकान को चकदहा गांव के कोटे से संबद्ध कर एक साल तक राशन वितरण किया जा रहा था.


इस संबंध में जिला आपूर्ति अधिकारी ने कहा की शिकायत मिली है। जल्द ही टीम गठित कर जांच करवाकर कोटेदार के ऊपर कार्यवाही की जाएगी.

Post a Comment

Previous Post Next Post