गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ में मकर संक्रांति के अवसर पर लगने वाले तीन दिवसीय मेले को लेकर कई दिनों से तैयारी की जा रही है। इस दौरान स्थानीय एवं बाहर से आने वाले व्यापारी अपनी अपनी दुकानें सजा रहे हैं। दो-तीन दिन पहले ही दर्जनों दुकानें सजाई जा चुकी हैं। जबकि आज सोमवार को भी काफी संख्या में अपना स्थान आरक्षित कराए हुए लोग दुकान सजाने का काम कर रहे हैं। मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के तत्वावधान में मेले की देखरेख करने वाले सदस्यों ने बताया कि सोमवार की पूरी रात दुकान सजाने का काम ननस्टॉप जारी रहेगा। क्योंकि 14 जनवरी की सुबह से ही मेले की शुरुआत हो जाएगी। इसकी जानकारी देते हुए समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र ने कहा कि स्थानीय व्यापारियों के साथ कई अन्य जिलों के भी व्यवसायी आकर इस मेले में दुकान सजाते हैं। इन दुकानों में प्रसाद, खिलौना, श्रृंगार, मिठाई, जलेबी, कचौड़ी, रेडीमेड, फोटो ग्राफी, होटल, लोहे का सामान, लकड़ी का सामान, कृत्रिम आभूषण, वीडियो ग्राफी आदि की सैकड़ो दुकानें सजाई जाती हैं। जिन पर लाखों की संख्या में लोगों को खरीदारी करते देखा जाता है।
यह मेला 14 जनवरी से प्रारंभ होकर 16 जनवरी तक चलेगा। मेले में शांति एवं कानून व्यवस्था के अनुपालन के लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार को आवेदन देकर मेले की अनुमति ले ली गई है। अत: मेला के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगी। जिससे शांतिपूर्वक दुकानदारी की जा सके एवं खरीदारों को भी किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। सचिव ने कहा कि सूर्य के मकर राशि में प्रवेश व उनके उत्तरायण होने के उपलक्ष्य में मकर संक्रांति का पवित्र त्यौहार मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सतबहिनी झरना तीर्थ में नौ मंदिरों की श्रृंखला अवस्थित है। जहां नौ देव शक्तियां विराजमान हैं। यहां मनोरम झरना में स्नान करके लोग मंदिरों में पूजा अर्चना एवं दान पुण्य किया करते हैं। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में लोगों से सतबहिनी झरना तीर्थ में आकर पुण्य लाभ के साथ-साथ विराट मेले में भाग लेने का आह्वान किया है। इसके साथ ही 14 जनवरी को मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के तत्वावधान में आम जनों की बैठक की जाएगी। जिसमें समिति के द्वारा यहां पर आयोजित होने वाले मानस महायज्ञ की रजत जयंती को लेकर तैयारी को अंतिम रूप दिया जाएगा। मालूम हो कि 13 फरवरी से 23 फरवरी तक यहां पर मानस महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा।