थाना लालगंज से RJ चौधरी की रिपोर्ट।
ATHNEWS 11 GROUP LALGANJ :- कचरा हर घरों से निकलता है, कभी, प्लास्टिक एवं पालीथीन से रूप में, कभी लोहे के रूप में,,तो कभी -कभी घरों के पुराने कपडे, बोरे, कांच, वेस्ट खाना आदि के रूप में,जिसें हम गीला और सू खा कचरा कहते है, जिसमें कुछ तो रीयूज़ और कुछ तो मात्र रीसाइकिल योग्य ही होते है, लेकिन वि.खण्ड -बहादुरपुर के ग्राम पंचायत -शेखपुरा में तैनात सफाई कर्मी सूरज चक्रवर्ती ने कचरे का ऐसा अनूठा प्रयोग किया कि उसे पूजा के लायक भी बना दिया, सूरज ने साबित कर दिया कि हुनर और सोच कभी किसी की मोहताज नहीं होता है,
सूरज ने अपने तैनाती गांव शेखपुरा में अपने साफ सफाई कार्य के दौरान मिले लोहे के छोटे छोटे सरिया के टुकड़े और गांव में लगे प्रचार के फ़टे होर्डिंग की मदद से स्टेचू का कंकाल तैयार किया जिस पर पालीथीन से रस्सी बना, लपेट लपेट कंकाल को शरीर की संरचना का रूप दें, ऊपर फ़टे पुराने जुट के बोरे पर,,ग्राम पंचायत के कार्यों से बचे सीमेंट की मदद से 2से 2.5 बोरे पालीथीन की मदद से मां भारती का रूप दें दिया,,, जो आकर्षण का केंद्र बन गया,जिस कचरे को लोग इधर उधर फेक दिया करते थे आज उसी कचरे के री यूज़ को देखकर सिर भी झुका रहे है , वास्तव मे कूड़े कचरे का हमारे दैनिक जीवन मे समुचित उपयोग ही स्वछता है !सूरज अपने तैनाती के गावों मे प्लास्टिक कचरे बेच गांव के विकास के लिए गांव के खाते मे जमा करने के साथ -साथ कलाकृतिया भी बना चुके है, कई बार जिलाधिकारी एवं मिशन निदेशक स्वच्छ भारत लखनऊ से भी सम्मानित हो चुके है।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी महोदय ने पंचायत विभाग को गांव के प्लास्टिक, पालीथीन एवं अन्य कचरों को री यूज़ का सुझाव दिया,जिससे गावों से कचरे कम किए जा सकते है और लोग जागरूक भी होंगे, जिसके तहत डीपीआरओ सर एवं स्वछता के एक्सपर्ट गुरु श्री राजा शेर सिंह एवं श्री विष्णु देव तिवारी सर के निर्देशन से कचरे से माँ भारती की स्टेचू बनाया गया, जिसमें कुल 580 रूपये का खर्च लगा जिसे ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमरनाथ चौधरी ने वाहन किया।