संपादक डॉ मदन मोहन मिश्र की रिपोर्ट।
ATHNEWS11 GROUP -वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशानुसार गया जिले में अपराध नियंत्रण हेतु गया पुलिस द्वारा जिला में टॉप-10 अपराधकर्मियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी हेतु लगातार विशेष छापामरी अभियान चलाया जा रहा है। जिले में टॉप 10 अपराधकर्मियों में शामिल कुख्यात अपराधी रंजीत रविदास की गिरफ्तारी हेतु वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक, गया के मार्गदर्शन एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बोधगया, के नेतृत्व में, मोहनपुर थानाध्यक्ष, मोहनपुर थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी कर्मी एवं तकनीकी शाखा, गया के पुलिस पदाधिकारी कर्मी को शामिल कर एक विशेष टीम का गठन किया गया था। उक्त कुख्यात अपराधकर्मी की गिरफ्तारी हेतु गया पुलिस के द्वारा पारंपरिक तथा तकनीकी माध्यमों से आसूचना संकलित कर लगातार छापामारी की जा रही थी। साथ ही उक्त अपराधकर्मी रंजीत रविदास के उपर 50,000/-रू० का ईनाम की घोषणा भी कराई गई थी। इसी क्रम में उक्त गठित विशेष टीम को सूचना प्राप्त हुई कि जिला के टॉप-10 अपराधकर्मियों में शुमार 50,000/-रू० का ईनामी अपराधकर्मी रंजीत रविदास जो वर्तमान में कई कांडो में फरार चल रहा है वो अभी किशनगढ थानान्तर्गत मुनिरिका राम मार्केट, नई दिल्ली में छिपा हुआ है।
उक्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु गया पुलिस की विशेष टीम किशनगढ थानान्तर्गत मुनिरिका राम मार्केट, नई दिल्ली पहुँची तो एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा। जिसे सशस्त्र बल के सहयोग से पकड़ लिया गया, पकड़ाए व्यक्ति का नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम रंजीत रविदास,पि० उदय रविदास, सा० डेमा, थाना मोहनपुर, जिला गया बताया। तत्पश्चात उक्त अपराधी को गिरफ्तार कर मोहनपुर थाना लाया गया। उल्लेखनीय है कि दिनांक-23/09/2022 को वादी के द्वारा एक लिखित आवेदन दिया कि ये एक HBFC कंपनी में फिल्ड ऑफिसर के पद पर काम करते है एवं फिल्ड से पैसा कलेक्सन कर लखैरापुर जा रहे थे। रास्ते में मंजुरा गाँव के पास एक मोटरसाईकिल सवार कुछ अपराधियों द्वारा इनका मोटरसाईकिल रुकवाकर पिस्टल का भय दिखाकर इनका सारा पैसा एवं मोबाईल फोन छीन लिया गया। जिस संबंध में मोहनपुर थाना कांड संख्या-857/22, दिनांक-23/09/2022, धारा-392 भा०द०वि० दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया था, अनुसंधान के क्रम में पकड़ाए अपराधी रंजीत रविदास की संलिप्तता उक्त कांड में पायी गई थी, जो गिरफ्तारी के भय से फरार चल रहा था। उल्लेखनीय है कि पूर्व में इस कांड के 01 अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। पकड़ाए अपराधकर्मी का अपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है।
अन्य अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी जारी है।