महराजगंज:-जनपद में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। चोरी, लूट, हत्या, नशा तस्करी और छेड़खानी जैसी वारदातें आए दिन घटित हो रही हैं। हालात ऐसे हैं कि आमजनमानस भय और असुरक्षा की छाया में जीने को मजबूर हो गया है।
पिछले कुछ दिनों में गाँजा तस्करी, चोरी की घटनाएँ, सड़क हादसे, अफवाहों के जरिए अशांति फैलाने के मामले लगातार सुर्खियाँ बन रहे हैं। पुलिस-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद अपराध पर अंकुश लगाना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर कस्बाई इलाकों तक आपराधिक घटनाओं का सिलसिला जारी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि— क्या पुलिस गश्त और खुफिया तंत्र कमजोर पड़ रहा है?
या फिर असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें कानून का डर ही नहीं रह गया?
स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि अपराध पर समय रहते नकेल नहीं कसी गई तो हालात और बिगड़ सकते हैं। कानून व्यवस्था पर उठते सवालों के बीच जिले के जिम्मेदारों को ठोस रणनीति के साथ मैदान में उतरना होगा, तभी अपराध की चेन टूट सकेगी।
प्रभारी महराजगंज
कैलाश सिंह
