महराजगंज:- बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर अब विभाग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। जांच में फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय ने परतावल ब्लॉक के दो शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। वहीं, एक महिला शिक्षक की बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार, परतावल क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय परसौना में तैनात सहायक अध्यापक घनश्याम का वर्ष 1984 का हाईस्कूल प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। घनश्याम ने वर्ष 1997 में बहराइच जिले में नियुक्ति पाई थी और दिसंबर 2003 में महराजगंज स्थानांतरित होकर आए थे।
दूसरे बर्खास्त शिक्षक खुश्बूद्दीन, जो प्राथमिक विद्यालय पिपरा खादर में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत थे, उनका वर्ष 2013 का शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) प्रमाणपत्र फर्जी साबित हुआ है। उन्हें 16 मार्च 2016 को महराजगंज में नियुक्ति मिली थी। दोनों को विभाग ने तत्काल सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
इसके अलावा, बसहिया बुजुर्ग प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका जगलक्ष्मी का भी टीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है। विभाग ने उनके खिलाफ भी बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी परतावल शिवकुमार प्रसाद ने बताया कि इस सप्ताह में बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे नौकरी पाने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग में कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है, और यह मामला अब जिलेभर में चर्चा का विषय बन गया है।
प्रभारी महराजगंज
कैलाश सिंह.
