सासाराम (रोहतास) जिले के कच्छवाँ में विजयादशमी के अवसर पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। यहां आयोजित दशहरा समारोह में 40 फीट ऊंचे रावण और 30 फीट ऊंचे मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। राम और लक्ष्मण की वेशभूषा में कलाकारों ने धनुष से तीर चलाकर पुतलों का वध किया। पुतलों में बड़ी संख्या में बम और पटाखे लगाए गए थे। आग लगते ही लगभग 30 धमाकों की आवाज गूंज उठी। आसमान में घने काले बादल छाए हुए थे और रावण दहन के कुछ ही देर बाद तेज बारिश शुरू हो गई। आयोजन समिति ने मौसम की स्थिति को देखते हुए रावण वध और आतिशबाजी का कार्यक्रम निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया।
*बारिश के बीच भी आतिशबाजी का प्रदर्शन....
बारिश के बीच भी आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया, जिसका हजारों लोगों ने अवलोकन किया। हालांकि, कोलकाता की एक कंपनी द्वारा तैयार किए गए मॉडर्न ई-क्रैकर्स का प्रदर्शन बारिश के कारण नहीं हो सका। अंचल अधिकारी और समीक्षा अधिकारी थानाध्यक्ष अपर थानाध्यक्ष मैदान में मौजूद रहे। कार्यक्रम के लिए अंचल प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। अंचल अधिकारी और समीक्षा अधिकारी सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी पूरे समय मैदान में मौजूद रहे। बारिश के बावजूद पुलिसकर्मियों ने भीड़ को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से बाहर निकालने में सहयोग किया। भारी बारिश के बावजूद कच्छवाँ के लोगों ने विजयादशमी समारोह में भाग लिया। रावण दहन का कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। मौके पर समिति के प्रमुख सदस्य में अध्यक्ष धनंजय शर्मा, सचिव प्रेमचंद प्रसाद, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र साह, संयोजक सह उद्घोषक-सरोज प्रसाद, सदस्य प्रखर शत्रुध्न प्रसाद, काली मंदिर पुजारी राहुल कुमार और शिवम शर्मा उपस्थित रहे। इस भव्य आयोजन के लिए समिति के सदस्यों ने पूरी तैयारी की है और अब यह पूजा क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बन चुकी है।
