संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती .
कलवारी, बस्ती। भाई दूज के पावन अवसर पर झिनकू लाल त्रिवेणी राम चौधरी इंटर कॉलेज के प्रांगण में गुरुवार को एक भव्य पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठा प्राप्त कर चुके पूर्व छात्र-छात्राएं, सेवानिवृत्त और वर्तमान शिक्षक व समाजसेवी एक साथ एक मंच पर एकत्रित हुए। कार्यक्रम का संचालन अजय कुमार चौधरी ने किया।
इस परंपरा की नींव गत वर्ष 1 नवम्बर 2024 को दीपावली के अवसर पर विद्यालय के विज्ञान वर्ग बैच-2003 के पुरातन छात्रों द्वारा अपने सहपाठी इंजीनियर राम नाथ की अगुवाई में रखी गई थी। प्रथम सम्मेलन की अपार सफलता को देखते हुए विद्यालय प्रबंधक अमित चौधरी और प्रधानाचार्य आज्ञाराम चौधरी ने इस वर्ष इसे और भव्य स्वरूप देने का निर्णय लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ चौधरी त्रिवेणी राम बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुआ। छात्राओं के मनमोहक प्रस्तुतिकरण ने उपस्थित अतिथियों व पूर्व छात्रों का मन मोह लिया और पूरे वातावरण में उत्साह का संचार कर दिया।
मुख्य अतिथि 1969 बैच के पूर्व छात्र एवं सेवानिवृत्त अतिरिक्त मुख्य सचिव आई.ए.एस. चंद्र प्रकाश सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “इस विद्यालय ने न केवल शिक्षा दी है बल्कि संस्कार और नेतृत्व की भावना भी जगाई है। यहाँ के विद्यार्थी देश और विदेश में हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं। पुरातन छात्र सम्मेलन जैसे आयोजन नई पीढ़ी को यह संदेश देते हैं कि शिक्षा केवल डिग्री नहीं, बल्कि समाज निर्माण का माध्यम भी है।” उन्होंने विद्यालय प्रबंधन से बच्चों को रोजगार परक बनाने के लिए तकनीकी शिक्षा देने हेतु नयी शाखा विकसित करने पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि 1976 बैच के पूर्व छात्र एवं सेवानिवृत्त इन्जीनियर श्याम लाल चौधरी ने कहा कि “इस तरह के आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा देने वाले होते हैं। इससे वर्तमान छात्र अपने वरिष्ठों के अनुभवों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होते हैं।” 1953 में स्थापित यह विद्यालय आजादी के बाद से ही क्षेत्र में शिक्षा का मजबूत स्तंभ रहा है। यहां से पढ़कर निकले छात्र आज प्रशासन, विज्ञान, शिक्षा, साहित्य, रक्षा, तकनीक और व्यापार जैसे क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विद्यालय प्रबन्धक अमित चौधरी ने कहा कि इस कार्यक्रम की स्मृति में एक स्मारिका प्रकाशित की जाएगी, जिसमें पूर्व छात्र अपने संस्मरण, लेख और अनुभव साझा कर सकेंगे।
कार्यक्रम में ऐसे अनेक प्रतिभाशाली पूर्व छात्रों को आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। उन्होंने अपने संस्मरण साझा किए और विद्यालय के सर्वांगीण विकास हेतु सहयोग का आश्वासन दिया। एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में पूर्व छात्रों द्वारा विद्यालय को सौर ऊर्जा प्रणाली (Solar System) भेंट की गई, जिसे विद्यालय परिवार ने सराहनीय कदम बताया। कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत्त शिक्षकों सहित अन्य सहकर्मियों को भी सम्मानित किया गया। लम्बे समयांतराल के बाद एक दूसरे से मिले पुरातन छात्र भोजनावकाश के समय विद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों के साथ विद्यालय का भ्रमण किए और अपने शिक्षाकाल के अतीत स्मृतियों में गोते लगाते हुए एक दूसरे से अपने विचारों को साझा किया।
प्रधानाचार्य आज्ञाराम चौधरी ने कहा कि “यह ऐसा पहला कार्यक्रम है जिसने जिले और प्रदेश में एक नई मिसाल पेश की है। इस आयोजन ने यह साबित किया है कि पुरातन छात्रों का जुड़ाव किसी विद्यालय की सबसे बड़ी ताकत होता है।” उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में कई दिन से अथक परिश्रम करने वाले सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में पूर्व छात्रों के साथ-साथ वर्तमान छात्र-छात्राओं ने भी बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। पूरे जिले में इस आयोजन की चर्चा गली-गली और नुक्कड़ तक रही, क्योंकि दशकों बाद अपने सहपाठियों से पुनर्मिलन का यह अविस्मरणीय क्षण सभी के लिए भावनाओं से भरा रहा।
इस ऐतिहासिक आयोजन में मुख्य रूप से माता प्रसाद त्रिपाठी, ई0 रामनाथ, दीनानाथ द्विवेदी, अटल बिहारी उपाध्याय, संजय सिंह, मनोज ओझा, प्रमोद चौधरी, आदित्य पाण्डेय, सत्यव्रत मिश्रा ‘सत्य’, लक्ष्मण वर्मा, धर्मेंद्र पटेल सहित बड़ी संख्या में पुरातन छात्र उपस्थित रहे।

