ATH NEWS 11 GROUP OF MEDIA

निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी संचालन के उद्देश्य से नगर भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।

 




मिथिलेश कुमार पाण्डेय व्यूरो चीफ औरंगाबाद।



औरंगाबाद।आज दिनांक 01 नवम्बर, 2025 को बिहार विधान सभा आम निर्वाचन-2025 के सफल, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी संचालन के उद्देश्य से नगर भवन, औरंगाबाद में एक महत्वपूर्ण एवं विस्तृत समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, औरंगाबाद द्वारा की गई। इस अवसर पर पुलिस प्रेक्षक, सभी विधानसभा क्षेत्रों के सामान्य प्रेक्षकगण, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में प्रेक्षक द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने में सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये अधिकारी निर्वाचन कार्य के प्रथम पंक्ति के जिम्मेदार अधिकारी हैं, अतः प्रत्येक मतदान केंद्र पर इनकी उपस्थिति, सतर्कता एवं त्वरित कार्रवाई से ही निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है। प्रेक्षक ने सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने सेक्टर के अंतर्गत स्थित सभी मतदान केंद्रों पर निरंतर निगरानी रखें तथा मतदान के पूर्व एवं मतदान के दिन सभी व्यवस्थाओं की भली-भांति जांच कर लें। यदि किसी अभ्यर्थी या राजनीतिक दल द्वारा अनुमत सीमा से अधिक वाहन, प्रचार सामग्री या ध्वनि विस्तारक का उपयोग किया जा रहा हो, तो तत्काल आवश्यक कार्रवाई करें एवं उसकी सूचना नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराएं।


उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन या विवाद की स्थिति में सेक्टर पदाधिकारी तत्काल मौके पर पहुँचकर स्थिति का नियंत्रण करें और 24 घंटे के भीतर सभी शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें। किसी भी सूचना पर विलंब या लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। बैठक में प्रेक्षक ने विशेष रूप से यह भी निर्देश दिया कि सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने-अपने मतदान केंद्रों पर एमएफ (Model Facilitation) की सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करें, ताकि मतदाताओं को मतदान दिवस पर किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस सुविधा के तहत दिव्यांग, वृद्ध, गर्भवती महिलाओं एवं विशेष सहायता की आवश्यकता वाले मतदाताओं के लिए बैठने की व्यवस्था, व्हीलचेयर, प्राथमिक उपचार, पेयजल, छाया आदि की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सेक्टर पदाधिकारी स्वयं इस व्यवस्था की भौतिक समीक्षा कर लें और मतदान से पूर्व इसकी रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराएं। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी द्वारा सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत डिस्पैच सेंटर का भी स्थलीय निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान बैरिकेटिंग, वाहन पार्किंग, मतदान सामग्री (स्टैच्यूटरी एवं नॉन-स्टैच्यूटरी) के भंडारण स्थल, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, शौचालय एवं अन्य सुविधाओं की उपलब्धता की जांच करें और किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर उसे तत्काल दूर करें।


जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मतदान के दिन किसी वाहन में तकनीकी खराबी आने की स्थिति में केवल कंट्रोल रूम से अनुमति प्राप्त कर ही वैकल्पिक वाहन का उपयोग किया जाए। किसी भी परिस्थिति में निजी वाहन का प्रयोग वर्जित रहेगा।

साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि फॉर्म 17(सी) की लिखित प्रति प्रत्येक पोलिंग एजेंट को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए, जिससे मतदान प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी बनी रहे और गणना के समय किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो। बैठक के अंत में जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्वाचन कार्य में पूर्ण निष्ठा, तत्परता एवं अनुशासन के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य लोकतंत्र का सबसे पवित्र दायित्व है, अतः प्रत्येक अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन सर्वोच्च उत्तरदायित्व एवं ईमानदारी के साथ करें।

Post a Comment

Previous Post Next Post