महराजगंज,-14 नवंबर जनपद में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रशासन पूरी तरह सख्त मोड में नजर आया। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद गुरुवार को जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा स्वयं ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे और पराली प्रबंधन की वास्तविक स्थिति का ग्राउंड जीरो पर जायजा लिया। प्रशासन की इस संयुक्त कार्रवाई का असर तुरंत दिखाई दिया—अगया गांव में बिना एसएमएस लगी एक कंबाइन मशीन को मौके पर ही सीज कर दिया गया।
बिना एसएमएस कंबाइन जब्त, मशीन संचालकों में हड़कंप,अगया गांव में निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने एक कंबाइन मशीन को संचालित होते पाया जिसमें एसएमएस (स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम) नहीं लगा था। नियमों का खुला उल्लंघन पाए जाने पर जिलाधिकारी ने मशीन को तत्काल जब्त करने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा—
“बिना एसएमएस कंबाइन संचालन से खेत में पराली फैल जाती है, जिसे बाद में किसान जला देते हैं। यह पूरी तरह गैरकानूनी और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है।”
इस कार्रवाई के बाद कंबाइन संचालकों तथा किसानों में खासी सतर्कता बढ़ गई है।
DM का कड़ा निर्देश: पराली जलाई तो तत्काल मुकदमा दर्ज
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने तहसीलदार और राजस्व टीमों को निर्देश दिए कि
ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष निगरानी टीमें तैनात की जाएं,
पराली जलाने की किसी भी घटना पर तुरंत FIR दर्ज की जाए,
दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पराली जलाना एक दण्डनीय अपराध है और प्रशासन किसी भी हाल में उदारता नहीं बरतेगा।
किसानों को समझाया—पराली जलाने से मिट्टी और स्वास्थ्य दोनों खतरे में
अधिकारियों ने ग्रामीणों से संवाद कर पराली जलाने के खतरों पर विस्तृत जानकारी दी। बताया कि—
इससे मिट्टी की उर्वरता घटती है,
इसके स्थान पर किसानों को रोटावेटर, मल्चर, रिवर्स सीडर, हैप्पी सीडर जैसी मशीनों का उपयोग करने का सुझाव दिया गया।
DM ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि जो किसान पराली खेत में नहीं मिलाना चाहते, वे इसे नजदीकी गौशालाओं को दान कर सकते हैं। प्रशासन पराली को गौशालाओं तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था उपलब्ध कराएगा। इससे प्रदूषण नियंत्रण में मदद मिलेगी और गौवंशों को चारा भी उपलब्ध होगा।
किसानों में सकारात्मकता, कई ने पराली न जलाने का दिया भरोसा
अधिकारियों की इस संयुक्त मुहिम का असर लोगों पर साफ दिखाई दिया। कई किसानों ने पराली न जलाने का वादा किया और प्रशासन की पहल की सराहना की। जिलाधिकारी ने कहा—
“उद्देश्य किसानों को दंडित करना नहीं, बल्कि सही विकल्पों के प्रति जागरूक करना है, ताकि पर्यावरण की रक्षा के साथ कृषि भी आगे बढ़ सके।”इस दौरान सदर तहसीलदार पंकज शाही, नायब तहसीलदार विवेक श्रीवास्तव सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
प्रभारी महराजगंज
कैलाश सिंह
