मिथिलेश कुमार पाण्डेय व्यूरो चीफ औरंगाबाद।
औरंगाबाद। आज दिनांक 30/05/2025 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिक्रमगंज में प्रस्तावित जनसभा में विरोध की आशंका से भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर क्षेत्रीय थानों में नजरबंद कर दिया गया। भारतीय किसान यूनियन के औरंगाबाद जिला प्रभारी विकास कुमार सिंह ने बताया कि संगठन के नेता और कार्यकर्ताओं के घरों में गुरुवार की सुबह से ही छापेमारी शुरू कर दी गई थी। भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रभारी विकास कुमार सिंह, जिला संयोजक वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रमुख नेता राजकुमार सिंह एवं धर्मेंद्र कुमार सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर कुटुंबा थाना में नजरबंद कर दिया था। जनसभा की समाप्ति के बाद शुक्रवार की शाम भारतीय किसान यूनियन के नेताओं को छोड़ दिया गया। किसान यूनियन के नेताओं के नजरबंद किए जाने से संगठन में आक्रोश है। विकास सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन से पहले बड़े पैमानों पर किसान नेताओं की धड़ पकड़ साबित करता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों से भयभीत हैं। उनके राज मे किसानों से जमीन छीन कर अपने पूंजीपति यारों को देने की साजिश में दिन-रात लगे हुए हैं। पुलिस को इस बात की आशंका थी कि भारतीय किसान यूनियन के लोग प्रधानमंत्री की कार्यक्रम का विरोध में सभास्थल पर काला झंडा दिखा सकते हैं। जबकि भारतीय किसान यूनियन ने पीएम के विरोध का कोई फैसला नहीं लिया था। भारतीय किसान यूनियन के बिहार प्रभारी दिनेश कुमार तथा संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता अशोक प्रसाद सिंह ने गुरुवार को संयुक्त ब्यान जारी कर इन गिरफ्तार नेताओं को त्वरित रिहा करने की मांग सरकार से की थी। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं करने पर आने वाले दिनों में जब भी प्रधानमंत्री का बिहार में कार्यक्रम होगा ,किसान उसका जमकर विरोध करेंगे और काला झंडा दिखाएंगे।