मिथिलेश कुमार पाण्डेय व्यूरो चीफ औरंगाबाद।
औरंगाबाद। आज दिनांक 30/08/2025 अंबा थाना क्षेत्र के संडा बाजार के निकट एनएच 139 पर शनिवार को दोपहर एक ह्रदय विदारक दुर्घटना हुई। थाना क्षेत्र के किशनपुर गांव निवासी उपेंद्र मेहता की 19 वर्षीय पुत्री चांदनी कुमारी की मौत हाईवा की चपेट में आने से हो गयी। बताया जा रहा है कि बीए पार्ट 2 की छात्रा चांदनी समीपवर्ती झारखंड के हरिहरगंज में लाइब्रेरी से पढ़ाई कर साइकिल से घर लौट रही थी। इसी दौरान उक्त स्थल पर हाईवा ने युवती को कुचल दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने एन एच 139 को जाम कर दिया। दोपहर बाद से शाम लगभग आठ बजे जाम हटा । सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों की मांग है कि हाईवा का परिचालन दिन में बंद किया जाए तथा पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा का भुगतान किया जाए। घटना के बाद युवती के परिजनों की चीत्कार से वातावरण गमगीन बन गया है। परिजनों की मानें तो उक्त छात्रा अत्यंत मेधावी थी और वह पढ़ लिखकर बेहतर मुकाम हासिल करना चाहती थी।
ग्रामीणों द्वारा किया गया सड़क जाम छुड़ाने के लिए कुटुंबा सीओ चंद्रप्रकाश,अजय कुमार सर्किल इंस्पेक्टर कुटुंबा, कुटुंबा थानाध्यक्ष इमरान आलम, अंबा थाना प्रभारी एसआई राजा कुमार रीसियप थानाध्यक्ष निशा कुमारी, नबीनगर थानाध्यक्ष मृत्यंजय कुमार उपाध्याय एवं सशस्त्र बल एवं अधिकारी ग्रामीणों को समझाने में लगे हुए हैं। परंतु ग्रामीण की मांग है कि हाईवा का परिचालन दिन में पूरी तरह से बंद किया जाए। तथा छात्रा के पीड़ित परिजनों को उचित मुआवजा दिलाया जाए। शाम लगभग आठ बजे हुसेनाबाद के पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता अधिकारी से बात कर जाम हटवाया।
एन एच 139 को फोरलेन ना बनाए जाने से लगातार मौत का हो रहा है सौदा।
पटना से हरिहरगंज झारखंड तक बनी सड़क एन एच 139 नेताओं की राजनीति में उलझकर नागरिकों के मौत का सौदागर बना हुआ है। पटना से हरिहरगंज तक 155 किलोमीटर की सड़क का चौड़ीकरण किया जाना अति आवश्यक था। उक्त सड़क को फोरलेन बनाए जाने को लेकर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गया की सभा में घोषणा की थी। कि उक्त सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा। घोषणा के कुछ दिनों बाद हीं स्थानीय राजनीतिज्ञों की दुर्नीति का शिकार उक्त सड़क बन गई और जिस मंत्री ने उक्त सड़क को फोर-वे बनाने की घोषणा की थी उन्होंने हीं दाउदनगर से हरिहरगंज तक उक्त सड़क को उसके हाल पर छोड़ दिया। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर से लेकर हरिहरगंज झारखंड तक एक महीने में दर्जनों लोगों की मौत वाहन की चपेट में आने से एनएच 139 पर हो चुकी है। दूसरी ओर स्थानीय जिला प्रशासन एवं सड़क परिवहन विभाग की ढुलमुल नीति एवं सड़क पर अनियंत्रित वाहन परिचालन को बढ़ावा देना नागरिकों पर भारी पड़ रहा है। उक्त सड़क पर चलने वाले लोगों, छात्र-छात्राओं एवं महिलाओं की जान वाहन की चपेट में आ कर असमय जा रही है। ग्रामीणों की माने तो भारी वाहन का परिचालन स्थानीय एवं जिला प्रशासन की मिलीभगत से जारी है। हाईवा वाहन के ड्राइवर को प्रति ट्रिप के अनुसार से पैसे दिए जाते हैं इस कारण हाईवा चालक अधिक ट्रिप लगाने के कारण सड़क पर अनियंत्रित वाहन परिचालन करते हैं। सड़क पर अनियंत्रित भारी वाहन के परिचालन की चपेट में आकर हर दिन कोई ना कोई अपनी जान गंवा रहा है और स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन यह सब देखकर भी मूकदर्शक बना हुआ है। उक्त सड़क पर मौत का तांडव इस कदर है कि प्रतिदिन किसी न किसी का घर उजड़ रहा है।
