संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती .
कलवारी - कलवारी थाना क्षेत्र के रमजानकी मार्ग पर लिटिल फ्लावर स्कूल के पास एक गुरुवार को सुबह करीब नौ बजे एक स्कूल बस सड़क किनारे रोककर बच्चों को बैठा रही थी तभी गायघाट की तरफ से तेज रफ्तार यात्रियों से भरी खचाखच प्राइवेट बस ने स्कूली बस में पीछे से जोरदार ठोकर मार दिया जिससे बस में बैठे 8 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए सूचना पर पहुंची कलवारी पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायल बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलवारी पहुंचाया जहां पर पांच बच्चों का प्राथमिक उपचार हुआ तीन की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल बस्ती रेफर कर दिया गया.
गुरुवार की सुबह राम आसरे किसान इंटर कालेज तिघरा गौसपुर की स्कूल बस चकदहा से बच्चों को बैठाकर लिटिल फ्लावर स्कूल के पास पहुंचीं थीं ।वहां रोक कर एक बच्चे को बैठा रहे थे।कि पीछे से धुरियापार से लखनऊ जा रही प्राइवेट सहारा बस टक्कर मारते हुए सड़क के किनारे खाई में चली गई। स्कूल बस में सवार अशू अनामिका,श्रेयजल, श्रृष्टि, खुशी,पल्लवी,अंशू, सलोनी, को एंबुलेंस से सीएचसी पहुंचाया।जहां पर मौके चिकित्सक ने होने से वार्ड ब्वाय ने प्राथमिक उपचार कर सलोनी,अंशू श्रृष्टि को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
इस संबंध में थाना अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जा रही है।
अस्पताल से गायब थे डॉक्टर:-----
स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों को एम्बुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलवारी पहुंचाने के बाद जब खुद पहुंचे तो उस समय अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे एक सोलह वर्षीय बालिका इलाज के लिए तड़फ रही थी जब उसका दर्द देखा नहीं गया तो अस्पताल में डॉक्टर न होने की खबर एक पत्रकार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी बस्ती फोन करके बताया उसके आधे घंटे बाद बहादुरपुर चिकित्साधिकारी पवन कुमार वर्मा पहुंचे तब जाके घायलों का इलाज शुरू हो पाया आस पास के लोगों ने बताया कि इस अस्पताल की स्थिति बहुत ही खराब है। यहां समय से डॉक्टर न आते है। न समय से जाते है। वह अपनी मर्जी के खुद मालिक और यह अस्पताल भगवान भरोसे ही चल रहा है। बहादुरपुर चिकित्साधिकारी पवन कुमार वर्मा ने बताया कि यहां पर तीन डॉक्टर तैनात है। जबकि तीन डॉक्टर में एक भी डॉक्टर मौके पर अस्पताल में मौजूद नहीं थे।

