ATHNEWS 11:-*डॉ चयनिका* जमशेदपुर में कदमा थाना के अशोक पथ पर स्थित मारिया अपार्टमेंट के सी 2 फ्लैट की रहनेवाली थी। वह माता-पिता की इकलौती संतान थी। अपनी मौत के 10 दिन पहले उसने.. अपने प्रेमी डॉक्टर *रफीक मिर्जा हक* के साथ ही जन्मदिन मनाया था।
जरा इस घटना पर गौर करें, यहां पर जिस लड़की की हत्या हुई वो हिन्दू डॉक्टर, जिसने हत्या की वो .. एक मुस्लिम डॉक्टर।
हिंदुओं को अपने बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ हिन्दू-मुस्लिम का फर्क भी बताना आवश्यक है, अक्सर हॉस्टल में रहने वाली, या बाहर जाकर पढ़ाई या जॉब करने वाली लड़कियां / महिलाएं इस चंगुल में फंस ही जाती हैं, खासकर आपको नवयुवा लड़कियों की संख्या आपको इसमे 10 में से 9 मिलेगी।
मृतक चयनिका कुमारी.. डॉक्टरी की पढ़ने करने गई थी, वहीं साथ के मुस्लिम लड़के से दोस्ती हुई, दोनों पढ़े-लिखे थे, अपने डिसिशन खुद ले सकते थे, लड़की के घरवलों ने यह सोचकर शादी तय करवा दी ।
पर यह ध्यान नही दिया कि.. ये लड़का शांतिदूत मजहब इस्लाम से है।
इस कौम लिए प्यार,अपनापन.. केवल लड़कियों को.. अपने चंगुल में फंसाने का.. एक हथियार मात्र है,
यह लाख पढ़-लिखकर डॉक्टर-इंजीनियर बन जाएं,लेकिन जिहादी मानसिकता इनके दिमाग से कभी नही जाती
पीएचडी करने के बाद भी जो..7वें आसमान और 72 हूरों में विश्वास रखता हो, उससे आप क्या उम्मीद कर सकते हैं? बस यही कारण था कि रफीक.. डा० चयनिका पर.. इस्लाम कुबूल करने का दबाव डाल रहा था, क्योंकि ऐसा करने से.. उसकी नेकियाँ बढ़ जाती और उसे अल्लाह का दूत कहा जाता, कि उसने एक हिन्दू काफ़िर(गैर मुस्लिम) को.. इस्लाम की राह पर मोड़ दिया.
पर जब उस हिन्दू काफ़िर डॉ० चयनिका ने ऐसा करने.. से इंकार किया था , उस लड़के ने उसी इस्लाम का अनुसरण करते हुए.. उसकी हत्या कर दी, क्योंकि according to आसमानी किताब.. यदि कोई non mushlim.. इस्लाम की शरण मे आने से मना करे तो.. उसका क़त्ल जायज़ है, और वो कोई भी मुस्लिम कर सकता है, उसका उसे गुनाह नही लगेगा, बल्कि उसे 72 फोटो वाली जन्नत मिलेगी।
यह बातें पता नही हिन्दू अपनी औलादों को क्यों नही समझाता है..!! नही समझाओगे तो.. ऐसे ही बेटियों के शवों को.. सूटकेस से निकालते रहना..!!
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