महराजगंज/शिकारपुर:-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सड़क किनारे टेंपो, टैक्सी, बस और रिक्शा स्टैंड पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा है कि “सड़क आवागमन के लिए होती है, वाहन खड़ा करने के लिए नहीं”, लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है। शिकारपुर में टैक्सी स्टैंड आज भी दबंगों के कब्जे में है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी हालत में सड़क किनारे वाहन स्टैंड न बनने दिया जाए, पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए और अव्यवस्थित पार्किंग पर सख्त कार्रवाई हो। हाईवे और एक्सप्रेसवे के किनारे लंबे समय तक खड़े ट्रक, डग्गामार वाहन और कतारबद्ध खड़े भारी वाहन गंभीर दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं, फिर भी स्थानीय स्तर पर आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
शिकारपुर में आदेश बेअसर, दबंग बेखौफ
शिकारपुर क्षेत्र में सड़क किनारे बना टैक्सी स्टैंड न केवल यातायात बाधित कर रहा है, बल्कि हर दिन हादसों का खतरा भी बढ़ा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। सवाल उठ रहा है कि क्या दबंगों के आगे प्रशासन बेबस है, या आदेशों को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है?
सड़क सुरक्षा माह, फिर भी लापरवाही---
मुख्यमंत्री ने 1 से 31 जनवरी तक सड़क सुरक्षा माह मनाने के निर्देश दिए हैं और इसके तहत ई-4 मॉडल—शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और इमरजेंसी केयर अपनाने को कहा है। साथ ही पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने और नियम तोड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। लेकिन शिकारपुर की तस्वीर इन निर्देशों पर सवाल खड़े कर रही है।
अब बड़ा सवाल यह है कि योगी सरकार के सख्त आदेशों के बावजूद शिकारपुर में सड़क किनारे टैक्सी स्टैंड कब हटेगा?
क्या प्रशासन कार्रवाई करेगा या किसी बड़े हादसे के बाद ही नींद खुलेगी?
प्रभारी महाराजगंज
कैलाश सिंह
