संजय तिवारी।
पटना । यूथ होस्टल्स एसोसिएशन आफॅ इडिया के पटना यूनिट ने हीमोफीलिया युवा समूह के बीच सदस्यता का फार्म वितरित किया तथा यूथ होस्टल के कार्य कलाप एवं कार्यक्रम की जानकारी दी। यह कार्यक्रम अन्तर्राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर हीमोफीलिया अस्पताल के सभागार में आयोजित की गई। इस अवसर पर यूथ होस्टल्स एसोसिएशनआफॅ इंडिया ,बिहार शाखा के चेयरमैन मोहन कुमार तथा पटना यूनिट के अध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष अभिजीत पाण्डेय व प्रमोद दत्त ने युवा रोगियों के बीच नी कैप एवं आर्म सीलिंग का विवरण भी किया। इस अवसर पर पटना यूनिट के चेयरमैन राज कुमार प्रसाद भी उपस्थित थे। पटना यूनिट के सचिव कुमार शैलेन्द्र ने बताया कि यूथ होस्टल के द्वारा कहीं भी विकलांग श्रेणी के हीमोफीलिया रोगियों के बीच यूथ होस्टल के सम्बन्ध में जानकारी दी हो। इस प्रकार का यह विश्व तथा भारत में पहला कार्यक्रम है। इस प्रकार के कार्यक्रम से विकलांग लोगों के बीच आत्म विश्वास बढता है।कार्यक्रम में विशेषज्ञ डाक्टर एस सी झा ने बताया कि हीमोफीलिया एक अनुवांशिक लाइलाज बिमारी है। हीमोफीलिया से पीड़ित लोगों को मामूली चोट लगने पर भी बड़े-बड़े काला – नीला निशान पड़ सकते हैं। उनमें असामान्य रूप से लम्बे समय तक रक्तस्राव हो सकता है। इन रोगियों के देखभाल के लिए सरकार इसकी महंगी एव जीवन रक्षक दवा को मुफ्त में उपलब्ध कराती है। इस अवसर पर यूथ होस्टल के सदस्य सेजीव कुमार सिन्हा, अमरीश मधुर आदि भी उपस्थित थे।