संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती .
कलवारी, बस्ती। विकास खंड बहादुरपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत कलवारी मुस्तहकम में उचित दर विक्रेता (कोटेदार) के चयन को लेकर गंभीर अनियमितताओं और दबंगई से जबरन चयन कराए जाने का मामला सामने आया है। गांव की निवासी और स्वयं सहायता समूह की वरिष्ठ सदस्य राधा गुप्ता ने जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र सौंपकर चयन प्रक्रिया को निरस्त कराने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत कलवारी मुस्तहकम का कोटा वर्ष 2022 में निरस्त कर दिया गया था और उसे लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम गोडियाजोत में सम्बद्ध कर दिया गया था, जहां वर्तमान में बबिता यादव कोटेदार हैं। राधा गुप्ता, जो कि एक दिव्यांग महिला हैं और उचित दर विक्रेता हेतु प्रशिक्षित भी हैं, ने अपने गांव में कोटे की पुनः बहाली एवं चयन के लिए कई प्रयास किए।
राधा गुप्ता के अनुसार चयन हेतु चार बार बैठकें बुलाई गईं लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा प्रत्येक बार किसी न किसी बहाने से बैठक को टाल दिया गया। राधा गुप्ता ने आरोप लगाया है कि यह सब ग्राम गोडियाजोत निवासी अम्बिका प्रसाद यादव के दबाव में किया गया, जिनकी भाभी बबिता यादव पहले से ही कोटेदार हैं।
सबसे चौंकाने वाली घटना 24 जुलाई को सामने आई जब बिना किसी सूचना मुनादी या सार्वजनिक जानकारी के पंचायत भवन में चोरी-छिपे बैठक कर उचित दर विक्रेता का चयन कर लिया गया। राधा गुप्ता ने बताया कि जब उन्हें जानकारी मिली और वह पंचायत भवन पहुँचीं तो वहां अम्बिका यादव के समर्थकों की भीड़ जमा थी और विरोध करने पर उन्हें गोली मारने की धमकी दी गई।
आरोप है कि अम्बिका यादव की पत्नी मंजू यादव, जिन्हें राम स्वयं सहायता समूह की सदस्य बताया गया है, को ही कोटेदार के रूप में चयनित किया गया। राधा गुप्ता ने बताया कि मंजू यादव का ग्राम पंचायत कलवारी मुस्तहकम से कोई सीधा संबंध नहीं है और चयन की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई।
प्रकरण को गंभीर बताते हुए प्रार्थिनी ने जिलाधिकारी से मांग की है कि दिनांक 24 जुलाई को की गई इस कार्यवाही को तत्काल निरस्त किया जाए और सार्वजनिक रूप से ग्रामवासियों की उपस्थिति में निष्पक्ष चयन प्रक्रिया कराई जाए, ताकि पात्र व्यक्ति को अवसर मिल सके और ग्रामवासियों को भी न्याय मिल सके।