ATH NEWS 11: यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार कार्ड की फोटोकॉपी जमा करने पर सख्ती बरतते हुए होटलों, OYO जैसी चेन और इवेंट आयोजकों के लिए नया नियम लागू करने का फैसला किया है। अब चेक-इन के दौरान कागजी दस्तावेजों का दौर खत्म हो जाएगा और QR कोड आधारित डिजिटल वेरिफिकेशन अनिवार्य हो जाएगा। यह बदलाव व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा मजबूत करने और दुरुपयोग रोकने के उद्देश्य से लाया गया है। UIDAI के CEO भुवनेश कुमार ने बताया कि नियम को मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही आधिकारिक अधिसूचना जारी हो जाएगी।
आधार फोटोकॉपी पर पूर्ण प्रतिबंध: क्यों?...
आधार अधिनियम 2016 के तहत फोटोकॉपी जमा करना या स्टोर करना पहले से ही अवैध था, लेकिन अब UIDAI इसे सख्ती से लागू करेगा। होटलों और अन्य संस्थाओं को अब मेहमानों से आधार की कॉपी नहीं लेनी होगी, क्योंकि इससे डेटा लीक का खतरा बढ़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कागजी दस्तावेजों से पहचान की चोरी और ब्लैक मार्केट में बिक्री का जोखिम रहता है। नया नियम डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट (DPDP) के अनुरूप है, जो यूजर्स की प्राइवेसी को प्राथमिकता देता है। OYO जैसी कंपनियों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ेगा, जहां लाखों यात्री रोजाना चेक-इन करते हैं।
QR कोड वेरिफिकेशन: चेक-इन प्रोसेस ..
अब वेरिफिकेशन पूरी तरह डिजिटल होगा। मेहमान mAadhaar ऐप से QR कोड जनरेट करेंगे, जिसे होटल स्टाफ स्कैन कर सकेगा। यह प्रक्रिया ऑफलाइन भी काम करेगी, यानी इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ेगी। UIDAI का नया ऐप बीटा टेस्टिंग में है, जो ऐप-टू-ऐप वेरिफिकेशन की सुविधा देगा। इसमें बायोमेट्रिक लॉक, सेलेक्टिव डेटा शेयरिंग, उपयोग इतिहास चेक और मल्टी-प्रोफाइल मैनेजमेंट जैसे फीचर्स शामिल हैं। एयरपोर्ट, शॉपिंग मॉल और दुकानों पर भी यह नियम लागू होगा। कंपनियों को UIDAI के साथ रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा ताकि वे API एक्सेस प्राप्त कर सकें।
प्रभाव और भविष्य की योजनाएं---
यह नियम 18 महीने में पूरी तरह लागू हो जाएगा, जिससे पेपर-बेस्ड सिस्टम हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। यूजर्स को आधार में एड्रेस प्रूफ अपडेट करने और परिवार के सदस्यों को जोड़ने की आसान सुविधा मिलेगी। UIDAI का लक्ष्य सेंट्रल डेटाबेस से जुड़ी समस्याओं को हल करना है, ताकि वेरिफिकेशन तेज और सुरक्षित बने। छोटे होटलों को नई तकनीक अपनाने में चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन सरकार ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव डिजिटल इंडिया को और मजबूत करेगा।
प्राइवेसी पहले, सुविधा बाद में---
UIDAI का यह कदम आधार को और मजबूत बनाएगा, लेकिन यूजर्स को mAadhaar ऐप डाउनलोड कर QR कोड का इस्तेमाल सीखना होगा। OYO और अन्य चेन को जल्द ही अपने सिस्टम अपडेट करने होंगे। कुल मिलाकर, यह नियम डेटा सुरक्षा की नई मिसाल कायम करेगा।