संपादक डॉ मदन मोहन मिश्र की रिपोर्ट।
ATHNEWS 11GROUP गया, 11 सितंबर 2025, पितृपक्ष मेला 06 सितंबर से प्रारंभ है। हर दिन लाखों लाख की संख्या में तीर्थयात्री अपने पूर्वजों की तर्पण गयाजी के विभिन्न वेदी स्थलों पर कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज प्रेतशिला वेदी स्थल पर अत्यधिक भीड़ होने की सूचना प्राप्त होते ही जनपद पदाधिकारी गया शशांक शुभंकर स्वयं पहुंचकर भीड़ प्रबंधन का जायजा लेने लगे। प्रेतशिला के ऊपर जाने वाली सीढ़ियों पर यात्रियों की भीड़ देखी गयी। जनपद पदाधिकारी स्वमं 776 सीढ़ियों को चढ़ते हुए तीर्थयात्रियों को कतार में लगाने लगे, ताकि सीढ़ी चढ़ने वाले यात्री और सीढ़ी से उतरने वाली यात्रियों को किसी प्रकार का कोई समस्या नही हो सकें। चुकी प्रेतशिला में 776 सीढ़ी है, सभी सीढियां पूरी तरह खड़ी रूप में हैं। जनपद पदाधिकारी ने प्रेतशिला के ऊपरी चोटी पर पहुच कर यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को देखा और निर्देश दिया कि चुकी सीढ़िया की संख्या काफी ज्यादा है बाबजूद लोग पिंडदान करने ऊपर चोटी पर आते हैं, उनकी व्यवस्था में कोई कमी नही रखे, पानी टॉयलेट की पूरी व्यवस्था रखे। पानी सप्लाई बंद बिल्कुल नही हो, टॉयलेट की सफाई लगातार हो, इसे सुनिश्चित करे। साथ ही पहाड़ के चोटी पर एक नोडल पदाधिकारी लगाया गया है, जो पूरी व्यवस्था को निगरानी कर रहे हैं। साथ ही प्रेतशिला के नीचे सीढ़ी पर प्रखंड विकास पदाधिकारी नगर को लगाया गया है, जो केवल भीड़ प्रबंधन को देख रहे हैं, इसके अलावा प्रेतशिला वेदी के सम्पूर्ण प्रभार में जोनल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि लगातार भीड़ पर नजर रखे। भीड़ कही भी स्थिर नही हो, भीड़ लगातार मूवमेंट करते रहे, इसे देखते रहे। जनपद पदाधिकारी ने पहाड़ की चोटी पर लगाए गए यात्रियों की सुविधा के लिए नल का टैप में पानी का प्रवाह, टॉयलेट में पानी का प्रवाह, टॉयलेट की सफाई, यात्रियों के लिए पीने योग्य पानी की व्यवस्था, बिजली पंखा कूलर, शेड इत्यादि का घूम घूम कर व्यवस्थाओं को देखा है। उन्होंने निर्देश दिया है कि पहाड़ के चोटी पर व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं रहे। सभी व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त होनी चाहिए। इसके पूर्व आज सुबह से ही जिला पदाधिकारी गया द्वारा अनेको पिंड वेदियों में यात्रियों के भीड़ प्रबंधन का भी निरीक्षण किया गया जिसमें मुख्य रूप से देवघाट, शमशान घाट, गया जी डैम, सीता कुंड, विष्णुपद मंदिर प्रांगण, सोलह वेदी स्थल, ब्रह्म सरोवर, रामशिला वेदी स्थल का निरीक्षण करते हुए सफाई व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, शेड, पंखा, टॉयलेट सफाई आदि का निरीक्षण किया गया।
